इस अध्याय में एक महत्वपूर्ण टॉपिक Hindi Grammar Vachya Notes PDF , हिन्दी वाच्य नोट्स से सम्बन्धित महत्वपूर्ण नोट्स
इस अध्याय से भी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।
Hindi Grammar Vachya Notes PDF

वाच्य की परिभाषा – जिस क्रिया से यह पता चले कि किसी वाक्य में कर्ता , कर्म या भाव में किसी एक की प्रधानता हो तो उसे वाच्य कहते है।
वाच्य तीन प्रकार के होते है तो आइये जानते है।
कर्तृ वाच्य इसको अग्रेंजी में Active Voice कहते है।
कर्म वाच्य इसको अंग्रेजी में Passive Voice कहते है।
भाव वाच्य इसको अंग्रेजी में Impressive Voice कहते है।
कर्तृवाच्य की परिभाषा – जिस वाक्य में कर्ता की प्रधानता होती है, और क्रिया का सीधा संबंध कर्ता से होता है तो उसे कर्तृवाच्य कहते है।
उदहारण – मोहन गाना गाता है।
रानी स्कूल जाती है।
कुछ महत्वपूर्ण तथ्य – यहाँ कर्ता की प्रधानता है और क्रिया का सीधा संबंध कर्ता से हो रहा है, अतः यह कर्तृ वाच्य होगा।
कर्म वाच्य की परिभाषा – जिस वाक्य में कर्म की प्रधानता हो व क्रिया का सीधा संबंध कर्म से हो तो उसे कर्म वाच्य कहते है।
उदहारण – स्कूल बन्द करा दी गयी।
पत्र लिखा गया ।
पानी पिया गया।
लव किया गया।
नोट – इसकी पहचान – से, के द्वारा
भाव वाच्य की परिभाषा – जिस वाक्य में कर्ता व गौण अर्थात कर्ता व कर्म गौण होता है लेकिन भाव की प्रधानता होती है। तथा क्रिया का सीधा सम्बन्ध भाव से होता है तो वह भाव वाच्य कहलाता है।
उदाहरण – हमसे उठा नहीं जाता ।
मुझसे खाया नहीं जाता ।
कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न जो वाच्य से पूछे जाते है।
वाच्य कितने प्रकार के होते है – तीन प्रकार के
भाववाच्य की क्रिया सदा अन्यपुरुष , पुंलिग , एकवचन में रहती है।
राम से पत्र लिखे गए किस वाच्य का उदाहरण है – कर्मवाच्य का
मरम वचन जब सीता बोली पक्ति का प्रयोग हुआ है – कर्मवाच्य का
लेख लिखा गया वाक्य की पहचान करें – कर्मवाच्य
क्रिया के जिस रूपान्तर से वाक्यगत कर्त्ता की प्रधानता का बोध हो, वह है – कर्तृवाच्य
क्रिया की रूपावली कितने प्रकार से चलती है – दो
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