साहित्य हिन्दी में रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

इस अध्याय में हम साहित्य हिन्दी में रिक्त स्थानों की पूर्ति करो से महत्वपूर्ण प्रश्न के बारे में जानगे इस अध्याय से प्रतियोगी परीक्षाओं में

रिक्त स्थानों का पूर्ति करो से प्रश्न पूछे जाते है। इस अध्याय में वे ही प्रश्न हो जो विगत परीक्षाओं में पूछे गये है। महत्वपूर्ण 120 प्रश्न

साहित्य हिन्दी में रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

साहित्य हिन्दी में रिक्त स्थानों की पूर्ति करो
साहित्य हिन्दी में रिक्त स्थानों की पूर्ति करो

काला अक्षर ……. बराबर – भैंस

विकास के लिए आर्थिक……… आवश्यक होती है  – आत्मनिर्भरता

…… के अंधे को हरा ही हरा नजर आता है  – सावन

अंधो में …. राजा  – काना

देश-रक्षा के लिए प्रत्येक नागरिक को … रहना चाहिए  – उद्यत

करत-करत अभ्यास के जड़मति होत…..। –सुजान

वह जिधर….. जीवन लहरा उठा, जिधर झुका प्रेम बरस पड़ा – रुका

वायुयान के उतार-चढ़ाव से यात्री घबरा गए, पर चालक ने उन्हें…. किया  – आश्वस्त

अंतर्राष्ट्रीय हिन्दी कवि सम्मेलन का …. स्वंय में बड़ा काम है  –आयोजन

गांधी जी का रामराज्य का स्वप्न आज तक …… नही हुआ है – साकार

भारत में निर्धनता-निर्मूलन कार्य….. गति से नहीं हो सका है  – प्रशंसनीय

आज आकाश में…….छाए हैं – जलद

अपने …… के कोई नहीं टाल सकता –  नियति

पूजागृह एक …. जलने मात्र से चमचमा उठता था  – कंदील

मंच पर अनेक …. विद्वानों को देखकर दर्शकों ने प्रसन्नता प्रकट की  – विख्यात

गुलामी की प्रथा से …… होकर साहित्यकारों ने अनेक मर्मस्पर्शी कहानियाँ लिखी है  – व्यथित

साहित्यकार की रचना करने की इच्छा …….. कहलाती है  –सर्जना

वृष्टि न होने से सूखा पड़ने की …. है – आशंका

रूस में एक बार…. हुई  – क्रांति

दूध जमाने पर दही के रूप में….हो जाता है  – परिणत

व्यंग्य लेखक सामाजिक…. पर तीखा प्रहार करता है – विद्रूपता

धोखे भरे आधुनिक समाज में… की प्रवृत्ति दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है  – प्रवंचन

जाति सामाजिक स्तरीकरण की एक …………..व्यवस्था है  – मानकीय

विधि का यही ….. है कि जो जन्मा है उसकी मृत्यु अवश्य होगी  – विधान

कहते हैं कि उत्पादन में वृद्धि के फलस्वरूप वस्तुओं की कीमतों में…. आती है  – कमी

उसने आगन्तुकों की समस्याओं को ध्यानपूर्वक सूना और भली प्रकार से उनका …. किया  – समाधान

बड़े उद्देश्यों में सफलता… हमे छोटे स्वार्थी को छोड़ना पड़ता है – हेतु

आणविक भट्टियाँ असीमित शक्ति का है  – स्त्रोत

अतः नम्र …. है कि मुझे एक सप्ताह का अवकाश प्रदान किया जाए  – निवेदन

जैसे-जैसे अंधेरा…. हमे आगे बढ़ने में कठिनाई होने लगी  – फैलता गया

उसने …. अपना पक्ष सिद्ध किया  – विधि पूर्वक

वह मुझे अपने बड़े भाई…. मानता है – जैसा

आपका आचरण दूसरों के ……. लिए हो सकता है  – उदाहरण

बहुत अनुनय-विनय के….. भी उसके माता-पिता ने उससे कोई संबंध नहीं रखा  – उपरांत

माननीय न्यायाधीश ने बाद को खारिज करते हुए वादी को कोई….. नहीं प्रदान किया  – अनुतोष

स्वयंसेवकों ने …. व्रत रखा – आजीवन

श्रीकृष्ण के अनेक गुणों का ……कवि ने अपनी इस कविता में किया है  – वर्णन

मुझे आपके कहने के….. चलने में कोई आपत्ती नही है  – अनुसार

अतिथि ने भोजन करने की …….व्यक्ति की  – इच्छा

न्यायालय ने अपराधी की मुक्त का……… दिया  – आदेश

हम मन में जैसा भाव रखते है उनका गुप्त प्रभाव हमारे मुखमंडल से हुआ करता है – प्रकाशित

किसी रचना के शिल्प का महत्व उसके … से किसी प्रकार गौण नहीं होता  – कथ्य

रसायनों ने मिट्टी की…… को नष्ट कर दिया   है  – उत्पादकता

देशभक्ति के लिए विदेशी शासक के अन्याय का कोई भी रूप …….था  – असह्रा

व्यंग्य लेखक सामाजिक….. पर तीखा प्रहार करता है – अभिरामता

गुरु गोविन्द दोऊ खड़ें……… लागूँ पाँव  – काके

सरकारी कर्मचारियों को चाहिए कि वे उचित …. से आवेदन करे  – माध्यम

दिशाहीनता गंतव्य स्थान तक पहुँचने में ……….. होती है  – बाधक

अपनी प्रतिभा और परिश्रम से ही कोई व्यक्ति प्रगति के  ….. पर पहुँच सकता है  – शिखर

सभी धर्मों में………..प्रवणता को महत्व दिया गया है  – व्यवहार

ज्यों-ज्यों व्यक्ति के अनुभवों में विस्तार होता है, उसके समक्ष नए-नए….. खुलते है  – क्षितिज

मानव ह्रदय का जगत ……….जगत जैसा नहीं है  – प्रत्यक्ष

कर्फ्यू लगने से सारे शहर में…. सन्नाटा छा गया  – भयावह

राजेश की बातों से…… होकर संदीप ने उसे मारने के लिए तलवार खींच ली  – उत्तेजित

रामायण और महाभारत का समय…. हो गया, पर ये ग्रंथ अभी तक नए है  – कालातीत

उन्हें संस्कृत और अंग्रेजी ग्रन्थों के कई…. याद है  – उद्धरण

अगर अभाव न हो तो …. कौन पूछे   – मोल

…….. की तलाश में भटकती हुई महिला जैसे नियति के चक्रव्यूह में फँस गई है  – अस्मिता

राष्ट्र की ………….के लिए शहीदों ने अपना बलिदान दिया  – आन

विश्व में …. की ही प्रधानता है  – कर्म

मनुष्य मृत्यु को असुंदर ही नहीं…. भी मानता है – अपवित्र

जो लोग समय का ख्याल नहीं रखते उनकी … की जाती है –  निंदा

रवींद्रनाथ टैगोर का नाम सांस्कृतिक एवं….. जगत में सदा अविस्मरणीय रहेगा  – साहित्यिक

अगली पंचवर्षीय योजना का …. तैयार किया जा रहा है  – प्रारूप

उदयशंकार भट्ट हिन्दी साहित्य के प्रमुख है  – नाटककार

सब पुस्तकें….. बिखरी पड़ी थी – यंत्र-तत्र

विदूषक को देखकर दर्शकों ने …. किया  – अट्टहास

मुझे इस कार्यालय…. सभी जानकारियाँ अतिशीघ्र चाहिए  – सम्बन्धी

महात्मा बुद्ध ने लोगों को अहिंसा का ………… दिया  – उपदेश

रानी युद्ध ….. वीरतापूर्वक लड़ी  –में

रवि सदा मदन के प्रति …… रहेगा – कृतज्ञ

धैर्यवान व्यक्ति विपत्ति में भी …. नहीं होता है – विचलित

तुम मेरा अपमान मत करो, मुझे स्वयं अपने कर्मों पर… हो रहा है – परिताप

यदि हमे आगे बढ़ना है, तो उसके लिए……… तो करने ही पड़ेंगे – प्रयास

देवानंद की काम के प्रति लगन और निष्ठा …… है  – शोभनीय

अतिशय ….. के क्षणों में आँसू अनायास टपक पड़ते है  – हर्ष

कमल का …. सौंदर्य भँवरे को ही आकर्षित कर सकता है, भैंस को नहीं  – सौरभ

मैया मोहि…. बहुत खिजायो  – दाऊ

अगली पंचवर्षीय योजना का …. … तैयार किया जा रहा है  – प्रारूप

रवींद्रनाथ टैगोर का नाम सांस्कृतिक एवं……. जगत में सदा अविस्मरणीय रहेगा – साहित्यिक

रामू की ….. केवल इसलिए हुई, क्योंकि राजीव उसकी…. अधिक बुद्धिमान है  – उपेक्षा, अपेक्षा

सत्य और अहिंसा का …. … संबंध है  – घनिष्ट

साम्रदायिकता की आग देश में…………… हुई है  – लगी

 

परीक्षा की दृष्टि से इसे भी पढ़े ↓

साहित्य हिन्दी के महत्वपूर्ण प्रश्न भाग – 02 – Click here

साहित्य हिन्दी प्रैक्टिस सेट सीरिज – Click here

महत्वपूर्ण विलोम शब्द – Click here

पर्यायवाची शब्द – Click here

 

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