आधुनिक इतिहास का एक महत्वपूर्ण टॉपिक भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष की सूची इस अध्यय से भी प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न
पूछे जाते है आप सभी को पता है कि इस अध्याय से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है।
आप सभी जानते है भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस स्वतंत्र भारत का प्रमुख राजनीतिक दल है और इसकी स्थापना स्वतंत्रता से पूर्व 1885 ई. में
हुई थी। इसका पहला सम्मेलन बम्बई के गोकुलदास तेजपाल संस्कृत कॉलेज में हुआ जहाँ देश भर से 72 प्रतिनिधित्वों ने भाग लिया था।
इस सम्मेलन के अध्यक्षता उमेश चन्द्र बनर्जी ने किया था।
इसके पहले ब्रिटिश अध्यक्ष जॉर्ज यूल को बनाया गया था।
एनी बेसेन्ट पहली महिला अध्यक्ष बनी थी।
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष की सूची

वर्ष | स्थान | अध्यक्ष | महत्वपूर्ण तथ्य |
1885 | बम्बई | डब्ल्यू.सी. बनर्जी | प्रथम अधिवेशन 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया |
1886 | कलकत्ता | दादाभाई नौरोजी | नेशनल कॉन्फ्रेंस का कांग्रेस में विलय हुआ |
1887 | मद्रास | सैयद बदरुद्दीन तैयबजी | प्रथम मुस्लिम अध्यक्ष |
1888 | इलाहाबाद | जॉर्ज यूल | प्रथम अंग्रेज अध्यक्ष |
1896 | कलकत्ता | एम. रहीमतुल्ला सयानी | कांग्रेस के मंच से बंकिम चन्द्र चटर्जी ने वन्दे मातरम् का गान किया था |
1901 | कलकत्ता | ई. दिन्शा वाचा | इसी समय 1901 में महात्मा गाँधी कांग्रेस के मंच पर आए। उनका उद्देश्य दक्षिण अफ्रीका में आन्दोलन के लिए समर्थन माँगना था |
1905 | बनारस | जी.के. गोखले | बंग-बंग एवं कर्जन की प्रति क्रियावादी नीतियों की आलोचना |
1906 | कलकत्ता | दादाभाई नौरोजी | स्वराज शब्द का प्रथम बार प्रयोग किया गया था। |
1907 | सूरत | रासबिहारी घोष | कांग्रेस में विभाजन |
1916 | लखनऊ | अम्बिका चरण मजूमदार | कांग्रेस के गरम दल एवं नरम दल में समझौता हुआ। बालगंगाधर तिलक एवं समर्थकों ने कांग्रेस अधिवेशन मे भाग लिया। कांग्रेस एंव मुस्लिम लीग के मध्य समझौता हुआ। जिसे लखनऊ समझौता के नाम से भी जाना जाता है। |
1917 | कलकत्ता | श्रीमती एनी बेसेन्ट | प्रथम महिला अध्यक्ष बनी |
1919 | अमृतसर | पंडित मोतीलाल नेहरू | जलियाँवाला बाग हत्याकाण्ड के कारण इस जगह को अधिवेशन के लिए चुना गया। इसमें चितरंजन दास के प्रस्ताव पर पुनः माण्टेेग्यू-चेम्सफोर्ड रिपोर्ट की निन्दा की गई। तथा गाँधी जी , जिनका अभी भी ब्रिटिश सरकार के न्याय में विश्वास था, इस रिपोर्ट के लिए निराशाजनक शब्द को हटाने की बात कहीं। खिलाफत आन्दोलन को समर्थन देने का निर्णय |
1920 | कलकत्ता | लाला लाजपत राय | इसमें असहयोग का प्रस्ताव स्वीकार किया गया। |
1923 | दिल्ली | अबुल कलाम आजाद | सबसे कम उम्र के कांग्रेस अध्य़क्ष बने |
1924 | बेलगाँव | महात्मा गाँधी | इसमें गाँधी जी यहाँ प्रथम एवं अन्तिम बार कांग्रेस के अध्यक्ष बने। |
1925 | कानपुर | श्रीमती सरोजिनी नायडू | इसमें प्रथम भारतीय महिला अध्यक्ष बनी |
1929 | लाहौर | जवाहरलाल नेहरू | इस अधिवेशन में पूर्णस्वराज का प्रस्ताव पारित |
1931 | कराची | बल्लभ भाई पटेल | मौलिक अधिकारों पर प्रस्ताव, आर्थिक कार्यक्रम को स्वीकृति |
1933 | कलकत्ता | श्रीमती नेली सेन गुप्ता | भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की तीसरी महिला अध्यक्ष बनी थी।(प्रथम अंग्रेज महिला अध्यक्ष) |
1937 | फैजपुर | जवाहरलाल नेहरू | प्रथम अधिवेशन, जो गाँव में हुआ था। |
1938 | हरिपुरा | सुभाषचन्द्र बोस | यह अधिवेशन भी गाँव में हुआ। राष्ट्रीय नियोजन समिति का गठन किया गया। भारत की स्वतंत्रता में रजवाड़ों को भी शामिल किया गया। |
1939 | त्रिपुरा | सुभाषचन्द्र बोस | सुभाष चन्द्र बोस का त्यागत्र, राजेन्द्र प्रसाद का अध्यक्ष बनना तथा बोस द्वारा फॉरवर्ड ब्लॉक का गठन |
1940 | रामगढ़ | अबुल कलाम आजाद | ——- |
1941-45 | अधिवेशन नहीं हुआ | अबुल कलाम आजाद अध्यक्ष बने रहे | —– |
1946 | मेरठ | जे.बी. कृपलानी | स्वतंत्रता प्राप्ति के समय कृपलानी ही कांग्रेस अध्यक्ष बने। |
1947 | दिल्ली | राजेन्द्र प्रसाद | —- |
1948-49 | जयपुर | डॉ. पट्टभि सीतारमैय्या | — |
1950 | पुरूषोत्म दास टंडन | — |
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