उत्तर प्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ

उत्तर प्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ  उत्तर प्रदेश की केवल दो जनजातियाँ -थारू एवं बुक्सा को ही अनुसूचित जनजाति की श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया था, किन्तु केन्द्र सरकार ने 2003 में 10 और जनजातियों को अनुसूचित जनजति की श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया।

उत्तर प्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ +Quiz
उत्तर प्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ

इस अध्याय में हम क्या क्या जानेगे आईये देखते है →

  1. थारू जनाजाति
  2. बुक्सा जनजाति
  3. माहीगीर जनजाति
  4. खरवार जनजाति
  5. सबसे महत्वपूर्ण इससे सम्बंध प्रश्न देखेंगे
  6. उत्तर प्रदेश की सभी जनजातियों से किस प्रकार से प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पूछे जाते है उनसे सम्बंध हम टेस्ट (Test) Quiz  भी देगें। 

थारू जनजाति

जनसंख्या की दृष्टि से यह राज्य की सबसे बड़ी जनजाति है। यह जनजाति मुख्यतः  रूप से गोरखपुर और तराई क्षेत्र में निवास  करती है। यह जनजाति कुशीनगर तथा महाराजगंज से लेखकर लखीमपुर-खीरी जिले के उत्तरी भागों में भी पाई जाती है।

थारू जनजाति की एक उप-जाति होती है उसे उल्टहवा कहते है। थारुओं में विधवा विवाह की भी प्रथा है। इस विवाह में जो भोज दिया जाता है , उसे लठभरवा भोज के नाम से जाना जाता है।

थारु जनजाति दीपावली पर्व को शोक के रूप में मानते है तथा वह इस दिन अपने पूर्वजों को भेंट आदि प्रदान करते है, जिसे रोटी कहा जाता है। थारु किरात वंश से संबंध है।

थारूओं की अर्थव्यवस्था  कृषि पर आधारित है, तथा ये मुख्यतः धान की खेती करते है।

थारूओं का भोजन मुख्य रूप से चावल है , इसके अलावा ये मछली, दाल, दूध, दही तथा जंगल से आखेट किए जन्तुओं का मांस भी खाते है।

थारू जनजाति अभी तक बदला विवाह अर्थात् बहनों के आदान-प्रदान की प्रथा थी, जो वर्तमान में लगभग समाप्त हो चुकी है।

थारू लोग मांस और मदिरा का खूब प्रयोग करते है। मदिरा थारुओं का मुख्य पेय है, जिसे ये सभी अवसरों पर खबू पीते है। ये चावल द्वारा निर्मित जाड़ नामक मन्दिरा को स्वयं बनाते है।

लखीमपुर जनपद में एक महाविद्यालय थारू जनजाति के लड़के-लड़कियाँ को शिक्षा प्रदान करने हेतु स्थापित किया गया है। जहाँ पर बड़ी संख्या में ये शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और उच्च सरकारी पदों पर कार्य करते है।

विधवा विवाह की भी प्रथा है। इस प्रकार के विवाह में भोज दिया जाता है जिसको लठभरवा भोज कहते है।

आइये हम देखते है कि थारु जनजाति से प्रतियोगी परीक्षाओं में  किस प्रकार के प्रश्न पूछे जाते है।

लोगों में दहेज प्रथा का प्रचलन था → नहीं है।

हिन्दु धर्म को मानते है लेकिन दीपावली मानते है → शोक के रूप में

लोगों में विवाह तय हो जाने को कहते है → पक्की पोढ़ी

थारु सर्वाधिक संख्या उत्तर प्रदेश के किस जिले में है → गोरखपुर, लखीमपूर खीरी

जनजाति की उप-जाति होती है → उल्टहवा

जनजाति में किस प्रथा का प्रचलन है → संयुक्त परिवार (प्रथा)

बोक्सा /बुक्सा जनजाति

यह जनजाति उत्तर प्रदेश के बिजनौर एवं आगरा जिले में छोटी-छोटी ग्रामीण बस्तियों में निवास करती है

इनका मुख्य भोजन मछली एवं चावल है।

इनमें विवाह एक अनुबन्ध मात्र होता है तथा पति एवं पत्नी में से कोई भी किसी भी समय इस बन्धन से मुक्त हो सकता है। इनमें अनुलोम एवं प्रतिलोम विवाह का प्रचलन है तथा  अन्तर्जातीय विवाह भी होते हैं।

ये महालक्ष्मी,कालीमाई, महादेव, राम, कृष्ण, तथा पीपल के वृक्ष की पूजा करते है।

काशीपुर की चामुण्डा देवी इस जनजाति की सबसे बड़ी देवी मानी जाती है।

बुक्सा जनजाति की भाषा हिन्दी है।

माहीगीर जनजाति

यह जनजाति मुख्यतः बिजनौर के नजीबाबाद क्षेत्र में निवास करती है। इसके अतिरिक्त ये  सहारनपुर, जलालाबाद, किरतपुर, मनेरा, मण्डवार एवं धारनगर में भी पाए जाती है।

माहीगीर जनजाति का उल्लेख महाभारत में  भी मिलता है।

इनमें समाज में पंचायतों का प्रचलन है। इन्होंने इस्लाम धर्म अपनाया है।

ये मुख्य रूप से जंगली जानवरों का शिकार कर उनके मांस का प्रयोग उदर पूर्ति हेतु करते है। इस जनजाति  का मुख्य व्यवसाय मछली पकड़ना है।

खरवार जनजाति

ये जनजाति मिर्जापुर, देवरिया, बलिया, गाजीपुर, चन्दौली तथा सोनभ्रद जिले में निवास करती है

खरवार जनजाति मुख्यतः हिन्दू धर्म के रिति-रिवाजों का पालन करती है। ये त्योहार के अवसर पर करमा का आयोजन करते हैं.

आइये हम कुछ और जनजाति के बारे में जानते है –

जनजातियाँ निवास स्थल
चेरो सोनभद्र, चन्दौली
अगरिया सोनभद्र
परहिया सोनभद्र
बैगा सोनभद्र
पठारी सोनभद्र
सहरिया ललितपुर
खरवार सोनभद्र, चन्दौली, बलिया, देवरिया, गाजीपुर, वाराणासी
भुइया, भुनिया सोनभद्र में

अवश्य देखे → उत्तर प्रदेश टेस्ट सीरीज देने के लिए Click here

इसे भी जाने→

माहीगीर का मुख्य व्यवसाय मछली पकड़ना है।

परहिया जनजाति सोनभ्रद में निवास करती है।

खरवार जनजाति की स्त्रियाँ जादू-टोने में दक्ष होती है।

उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी जनजाति → थारू है।

उत्तर प्रदेश की न्यूनतम जनसंख्या वाली जनजाति → वनरावत है।

सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति संख्या का प्रतिशत वाला जिला → सोनभद्र

सर्वाधिक अनुसूचित जनजाति संख्या वाला जिला → सोनभद्र है।

न्यूनतम अनुसूचित जनजाति जनसंख्या वाला जिला → बागपत

न्यूनतम अनुसूचित जनजाति जनसंख्या प्रतिशत वाला जिला → बागपत

खरवार हिन्दू धर्म मानते है। इनका प्रमुख नृत्य है → करमा

हिन्दी भाषी बुक्सा हिन्दू धर्म मानते हैं। इनकी सबसे पूज्य देवी है → चामुण्डा देवी

बुक्सा में हिन्दुओं से मिलता-जुलता मिलता है → वर्ण विभाजन

उत्तर प्रदेश की प्रमुख जनजातियाँ Quiz

1. निम्न मे से कौन-सी जनजाति सर्वाधिक जनसंख्या वाली है ?

 
 
 
 

2. निम्न जनपदों में भोक्सा जनजाति कहाँ पाई जाती है ?

 
 
 
 

3. केन्द्र सरकार द्वारा प्रदेश की 10 नयी जनजातियाँ को कब सूचीबद्ध किया गया ?

 
 
 
 

4. करमा किस का लोक नृत्य है ?

 
 
 
 

5. उत्तर प्रदेश में किस जनजाति में दीपावली को शोक के रूप में मनाया जाता है ?

 
 
 
 

6. निम्न में से कौन सही सुमेलित है ?

 
 
 
 

7. निम्न में से कौन सही सुमेलित है –

 
 
 
 

8. सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियों  के प्रतिशत वाला जिला कौन है ?

 
 
 
 

9. सबसे कम अनुसूचित जनजाति वाला जिला कौन है ?

 
 
 
 

10. थारू जनजाति के लोग किस वंश के है ?

 
 
 
 

11. थारू जनजाति की उप-जाति होती है ?

 
 
 
 

12. उत्तर प्रदेश में पाई जाने वाली खरवार जनजाति निम्न में से किस जिले में निवास करती है ?

 
 
 
 

13. उत्तर प्रदेश की कौन सी जनजाति इस्लाम  धर्म को मानती है ?

 
 
 
 

14. सर्वाधिक अनुसूचित जनजातियों के प्रतिशत वाला जिला कौन है ?

 
 
 
 

15. निम्न में से कौन-सा एक कथन सही नहीं है ?

 
 
 
 

 

 

 

error: Content is protected !!
%d bloggers like this: